शनि अमावस का मुहूर्त 13 अक्टूबर को रात 9:50 बजे से शुरू होगा और 14 अक्टूबर को 11:24 बजे पर समाप्त होगा. इस बार पहली बार सूर्य ग्रहण का विशेष संयोग अमावस के दिन होगा, हालांकि यह भारत में पूरी तरह दिखाई नहीं देगा।
यह सूर्य ग्रहण विदेश में या अन्य क्षेत्रों में देखा जा सकेगा, और इस बार सूर्य ग्रहण पितृ अमावस्या के दिन, जो 14 अक्टूबर को शनिवार को पड़ रहा होगा। सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर की रात 8:34 बजे पर शुरू होगा और रात के 2:25 बजे तक चलेगा
क्या भारत में दिखाई नहीं देगा ये सूर्य ग्रहण :
सर्वप्रथम, अमावस पर सूर्य ग्रहण का होना वाकई एक विशेष संयोग है, और इसका ज्योतिषीय महत्व मान्या जाता है। हालांकि इस बार भारत में सूर्य ग्रहण का पूरा दृश्य नहीं होगा, यह बात सत्य है कि इसका महत्व थोड़ा कम हो सकता है।
फिर भी, सनातन मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण के समय विशेष सावधानियों का पालन करना महत्वपूर्ण है। इससे व्यक्ति अपने धार्मिक और आध्यात्मिक साधना को भी सुचरित रूप से समझ सकता है।
इसलिए, चाहे ग्रहण पूरे रूप से दिखाई दे या नहीं, यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम इस समय को गर्भधारण करके सही तरीके से मान्यताओं और अनुषासन के साथ बिताएं।
ये सूर्य ग्रहण कौन-कौन जगह लगेगा ? :
नासा ने बताया कि अगर मौसम अनुकूल रहा, तो आंशिक सूर्य ग्रहण ओरेगॉन, नेवादा, यूटा, न्यू मैक्सिको, इडाहो, कोलोराडो, एरिजोना और टेक्सास के साथ-साथ कैलिफोर्निया के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। इसके बाद यह मैक्सिको और मध्य अमेरिका से होकर गुजरेगा, फिर दक्षिण अमेरिका से गुजरेगा। आंशिक सूर्य ग्रहण अटलांटिक महासागर में सूर्यास्त के समय खत्म होगा।